लिखित समझौते के बाद अनिश्चितकालीन धरना समाप्त
बागेश्वर। लिखित समझौते के बाद दफौट क्षेत्र के आंदोलित लोग मान गए हैं। उन्होंने अपना अनिश्चितकालीन धरना समाप्त कर दिया है। पालिका अब ट्रंचिंग ग्राउंड बनने तक माल्ता में कूड़ा नहीं डालेगी। ग्रामीणों ने कहा कि यदि चोरी छिपे पालिका ने रात में कूड़ा माल्ता क्षेत्र में डाला तो वह दोबारा जिला मुख्यालय में तंबू गाढ़कर आंदोलन का बिगुल बजा देंगे। मालूम हो कि गुरुवर को दफौट घाटी युवा संघर्ष समिति से जुड़े लोग माल्ता में पहुंचे और अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। इस दौरान कूड़ा फेंकने आई नगर पालिका की गाड़ी को भी वापस कर दिया और दोबारा कूड़ा वाहन लाने पर आंदोलन तेज करने की धमकी दी। इस दौरान उनकी एसडीएम से वार्ता विफल हो गई। देर शाम एक बार फिर आंदोलनकारियों की वार्ता डीएम से हुई। डीएम ने नगर पालिका से ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिए। ग्रामीण माल्ता में कूड़ा नहीं फेंके जाने की मांग पर डटे रहे। शुक्रवार को पालिका ने लिखित आश्वासन दिया इसके बाद ग्रामीण माने और धरने से उठ गए। पालिका ने ग्रामीणों को बताया कि पालिका माल्ता में कूड़ा निस्तारण नहीं करेगी। उन्होंने बताया कि उनका निर्माणाधीन ट्रंचिंग ग्राउंड एक साल के भीतर तैयार हो जाएगा। तब तक पालिका अन्य चयनित स्थल पर कूडा निस्तारा करेगी। इसके बाद ग्रामीणों ने अपना आंदोलन स्थगित कर दिया। इस मौके पर नगर पालिका के ईओ सतीश कुमार और ग्रामीण हेमंत बिष्ट, विवेक दफौटी, भरत दफौटी, चंदन कन्याल, मदन राम, पवन कुमार, कुंदन कनवाल, आंनद तिवारी, संतोष दफौटी, गणेश राम, उमेश दफौटी, रणजीत जनौटी, हेम तिवारी आदि मौजूद रहे।