जोशीमठ में लगे एनटीपीसी गो बैक के पोस्टर
चमोली। हर रोज जोशीमठ में भू धंसाव बढ़ता ही जा रहा है। प्रशासन चाहे लाख दावे कर ले कि पिछले कुछ दिनों से जोशीमठ नगर में भूधंसाव रुक गया है, लेकिन सच्चाई कुछ और है। सिंहधार निवासी विक्रांत रावत कहते हैं कि दो दिनों से उनके घरों में दरारें आनी शुरू हो गई हैं, जिससे वे काफी परेशान हैं। सिंहधार के जैन मोहल्ला निवासी मनोज जैन कहते हैं कि न सिर्फ उनके मोहल्ले में दरारें चौड़ी हो रही हैं, बल्कि नई दरारें भी आ रही हैं। वहीं मनोहरबाग के 71 वर्षीय मान सिंह कहते हैं कि उनके घर और मकान के पीछे से गुजरने वाले रास्ते में रोज नई दरारें आ रही हैं। वहीं लगातार नगर में बढ़ रहे भूधंसाव और दरारों के कारण लोगों में आक्रोश बढ़ने लगा है। जोशीमठ के लोगों ने शुक्रवार को नगर के मुख्य बाजार की दुकानों के बाहर एनटीपीसी गो बैक के पोस्ट चस्पा करने शुरू कर दिए हैं। इस मुहिम को समर्थन दे रहे संतोष कुंवर कहते हैं कि जोशीमठ नगर बरबाद हो रहा है, यहां का एक बड़ा भाग धंस गया है। शुक्रवार को इसरो ने एक सेटेलाइट इमेज जारी की है, जिसमें बताया गया है कि जोशीमठ का एक बड़ा भाग लगातार धंस रहा है, बावजूद प्रशासन जोशीमठ धंसाव के लिए मात्र ड्रेनेज न होना और नगर में अधिक निर्माण को जिम्मेदार बता रहा है। जबकि वास्तव में एनटीपीसी की टनल एवं बाईपास इसके लिए उत्तरदायी हैं। लेकिन प्रशासन ने अभी तक एनटीपीसी को क्लीन चिट दे रहा है। कहते हैं कि एनटीपीसी परियोजना को तुरंत बंद किया जाना चाहिए, साथ ही नगर में यदि भार बढ़ रहा है तो यहां से पूरी आर्मी एवं आईटीबीपी को हटया जाना चाहिए।