गडोली और तमलाग में गश्त कर रही है टीम
पौड़ी। गडोली और तमलाग में वन विभाग की गश्त जारी है। यहां गुलदार के हमलों के बाद ग्रामीणों में दहशत बनी हुई है। हालांकि अभी तक यहां गुलदार दोबारा दिखाई नहीं दिया है। वन विभाग ने यहां ट्रैपिंग कैमरे भी लगाएं हुए हैं। गडोली में पिंजरा लगाने की अनुमति भी मिल गई है। गुलदार ने गडोली में दस साल की बालिका पर हमला कर दिया था जबकि तमलाग में भी एक युवक पर हमला कर घायल किया था। दोनों का उपचार जिला अस्पताल पौड़ी में किया गया। गडोली निवासी आरुषि को डीएम के हस्तक्षेप के बाद हायर सेंटर में भी दिखाया गया। हायर सेंटर में उपचार के बाद आरुषि घर वापस भी आ गई। गढ़वाल वन प्रभाग के डीएफओ स्वनिल अनिरुद्ध ने बताया कि टीमें दोनों जगहों पर गश्त कर रही है। गुलदार पर नजर रखी जा रही है। ग्रामीणों से भी कहा गया कि यदि गुलदार की कोई गतिविधि दिखाई दे तो तत्काल सूचित करे और पूरी एतियात भी बरते, खासकर शाम के समय। मुआवाजे को लेकर डीएफओ ने कहा कि घायलों को उनकी मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार मुआवजा दिया जाएगा। मुआवजे की एक राशि फौरी तौर पर पहले ही दे दी गई है। वहीं रिखणीखाल में एक बुजुर्ग पर बाघ के हमले को लेकर डीएफओ ने कहा कि इस बाबत रेंज से रिपोर्ट मांगी गई है। प्रथमदृष्टा इस मामले में जांच कर ही कुछ कहा जा सकता है।