पहली ही बारिश में खुली मंडी परिसर की व्यवस्थाओं की पोल
विकासनगर
बरसात से पूर्व ही पहली ही बारिश ने कृषि उत्पादन मंडी परिषद की व्यवस्थाओं की पोल खोल कर रख दी है। बुधवार देर रात हुई बारिश से मंडी परिसर की सभी सडक़ें कीचड़ में तब्दील हो गई, जिससे यहां आने वाले काश्तकारों को परेशानियों से दो चार होना पड़ा। किसानों को नगदी फसलें और अन्य उत्पाद रखने की जगह तक मुनासिब नहीं हुई। कृषि उत्पादन मंडी परिषद में हर रोज जौनसार बावर, पछुवादून, टिहरी, उत्तरकाशी के साथ ही हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले से बड़ी संख्या में किसान अपने उत्पाद बेचने आते हैं। मंडी परिसर के व्यापारियों से मंडी समिति टैक्स वसूल करती है, जिसका उपयोग मंडी परिसर की व्यवस्थाओं को सुधारने के साथ ही अन्य क्षेत्रों में सडक़ निर्माण समेत कई विकास कार्यों में किया जाता है। लेकिन व्यापारियों से टैक्स वसूलने के बावजूद मंडी परिसर की व्यवस्थाओं में सुधार नहीं हो रहा है। यहां जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने और सडक़ों में गंदगी पसरी होने के कारण हल्की बारिश में भी सडक़ों पर कीचड़ फैल जाता है। बुधवार रात हुई बारिश से यहां सभी सडक़ें कीचड़ में तब्दील हो गई। गुरुवार सुबह मंडी में अपने उत्पाद बेचने आए काश्तकार भूपाल सिंह, प्रताप सिंह, केसर सिंह, स्वराज सिंह, कलम सिंह ने बताया कि कीचड़ से मंडी परिसर में वाहन ले जाना मुश्किल हो गया था। परिसर से पहले ही वाहनों से नगदी फसलों को उतार कर ले गए, लेकिन वहां भी उत्पाद रखने के लिए जगह नहीं मिली। काश्तकारों ने मंडी परिसर में उचित जल निकासी की व्यवस्था करने की मांग की है। उधर, मंडी समिति के सचिव पीआर कलाकोटी ने बताया कि सफाई कर्मियों को चोक पड़ी नालियों की सफाई करने के निर्देश दिए गए हैं। जल्द ही सभी सडक़ों का सुधारीकरण भी कर दिया जाएगा।