प्रशिक्षित एलटी बेरोजगारों का नियुक्ति की मांग को लेकर आंदोलन जारी
देहरादून,
सहायक अध्यापक एलटी भर्ती चयनित प्रक्रिया कोर्ट से बहाल कर नियुक्ति दिये जाने की मांग को लेकर प्रशिक्षित बेरोजगारों ने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन कर शिक्षा निदेशालय पर दिन रात के धरने पर डटे रहे। उन्होंने कहा कि जल्द ही मांगों का समाधान नहीं किया गया तो सड़कों पर उतरकर आंदोलन किया जायेगा। यहां बड़ी संख्या में प्रशिक्षित एलटी बेरोजगार ननूरखेडा स्थित शिक्षा निदेशालय में इकटठा हुए और जहां परसहायक अध्यापक एलटी भर्ती प्रक्रिया न्यायालय से बहाल किये जाने व नियुक्ति की मांग को लेकर प्रशिक्षित बेरोजगारों ने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन कर दिन रात के धरने पर डटे रहे। इस अवसर पर विनय जमलोकी ने कहा है कि सबसे दुर्भाग्य की बात यह है कि उनके विषय में न्यायालय में कोई भी मामला विचाराधीन नहीं है और उसके बाद भी सरकार शिक्षा विभाग एवं आयोग की तरफ से इस प्रकार के विषयों को छुड़ाने के लिए कोई भी प्रयास नहीं किया गया और यही कारण है कि आज सभी शिक्षकों को सड़कों पर उतरना पड़ रहा है और अपनी जिंदगी की परवाह किए बिना धरने पर बैठने को विवश हो रहे हैं। इस अवसर पर शिक्षकों ने कहा कि सरकार ने चयनित होने के बावजूद भी उनको बेरोजगारी के दलदल में घसीट दिया है। इस अवसर पर शिक्षकों ने कहा कि अधीनस्थ चयन आयोग कार्यप्रणाली का शपथपत्र न्यायालय में दाखिल करें ताकि निर्विवादित विष्यों की नियुक्ति प्रक्रिया में तेजी से कार्य हो सके। बेरोजगारों ने कहा कि महाअधिवक्ता एलटी शिक्षक भर्ती में हस्तक्षेप कर न्यायालय के निर्णय से मुक्त करें और यह न होने पर आंदोलन को तेज किया जायेगा। इस अवसर पर बेरोजगारों ने कहा कि लगातार संघर्ष करने के बावजूद भी आज तक उनके हितों के लिए किसी भी प्रकार की ठोस नीति तैयार नहीं की गई है जिससे उनमें रोष बना हुआ है। इस अवसर पर प्रशिक्षित बेरोजगारों ने कहा कि प्रदेश के युवा मुख्यमंत्री है और युवाओं के हितों के लिए कार्य करेंगें लेकिन अभी तक इस ओर किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गई है जो चिंता का विषय है। शिक्षकों ने कहा कि एलटी भर्ती बहाल किये जाने की नितांत आवश्यकता है और इसके लिए राज्य सरकार उच्च न्यायालय में मजबूत पैरवी करें ताकि बेरोजगारों का भविष्य सुरक्षित रह सके। इस अवसर पर अनेक वक्ताओं ने संबोधित किया। इस अवसर पर धरने में विनय जमलोकी, अंकित डंगवाल, हरीश बंगवाल, अंकिस डिमरी ,संगीता भंडारी आदि अनेकों प्रशिक्षित बेरोजगार शामिल रहे।