बाघ प्रभावित क्षेत्रों में खुले आंगनबाड़ी और स्कूल
पौड़ी। धुमाकोट और रिखणीखाल के बाघ प्रभावित क्षेत्रों में बुधवार से आंगनबाड़ी और स्कूल खोल दिए गए हैं। डीएम ने एसडीएम लैसडौंन के अनुरोध पर इन क्षेत्रों के स्कूलों को नियमित रूप से खोलने के आदेश दिए हैं। धुमाकोट अरैी रिखणीखाल में बाघ द्वारा दो व्यक्तियों को मारने के बाद जिला प्रशासन ने यहां के आंगनबाड़ी केंद्र और स्कूल को बंद करने के आदेश दिए थे। हालांकि यहां पर बच्चों का ऑनलाइन से पठन-पाठन करवाया जा रहा था। डीएम डा.आशीष चौहान ने बताया कि धुमाकोट व रिखणीखाल में बाघ द्वारा दो व्यक्तियों को मारने के बाद एतिहात के तौर पर आंगनबाड़ी व स्कूलों को बंद कर दिया गया था। बताया कि वर्तमान में काफी समय से स्कूल बंद होने के चलते स्कूलों में पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है। जिस कारण उक्त क्षेत्रों के स्कूलों को बंद किया जाना उचित नहीं है। बताया कि क्षेत्र में बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग, राजस्व विभाग की टीमे लगातार सक्रिय हैं साथ ही ट्रैंक्यूलाइज टीम भी यहां पर तैनात है। बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में एक सप्ताह से बाघों की सक्रियता नहीं है और ना ही बाघ ट्रैप कैमरों में दिखाई दे रहे हैं। बताया कि एसडीएम लैसडौंन के अनुरोध पर रिखणीखाल के ग्राम डल्ला के मेलधार, क्वीराली, तोल्यूं, गाडियूं, जुई, द्वारी, कांडा, कोटडी व धुमाकोट तहसील के भैडगांव, ख्यूणांई तल्ली, मल्ली, बिचली, उम्टा, सिमली तल्ली, चमाडा, सिमली तल्ली, घोडकंद मल्ला, तल्ला, कांडी तल्ली, मल्ली, मन्दियार गांव, खड़ेत, गूम, बेलम क्षेत्र में आने वाले स्कूलों व आंगनबाड़ियों को बुधवार से अग्रिम आदेशों तक खोल दिया गया है।