कांगड़ा बाईपास के पास भारी भूस्खलन होने से वाहनों की आवाजाही ठप
कांगड़ा ।
मटौर-शिमला नेशनल हाईवे पर कांगड़ा बाईपास के पास भारी भूस्खलन होने से वाहनों की आवाजाही ठप हो गई। कांगड़ा बाजार से लेकर तकीपुर तक वाहनों की कतारें लग गईं। प्रशासन ने करीब एक बजे मार्ग को यातायात के लिए पूरी तरह से बहाल किया। बीच में वाहनों को निकाला जाता रहा, लेकिन मार्ग पूरी तरह से बहाल होने में पांच घंटे लग गए। भूस्खलन के दौरान कार सवार भी चपेट में आ गया। ज्वालामुखी निवासी व्यक्ति की कार पर पत्थर लगने से शीशा टूट गया। हालांकि गनीमत रही कि कार में सवार लोगों को गंभीर चोट नहीं आई।
गाड़ी में तीन लोग सवार थे जो एक मरीज को लेकर सिटी अस्पताल कांगड़ा की तरफ जा रहे थे। गाड़ी के चालक सुरिंदर पाल ने बताया कि ज्वालामुखी से आती बार कांगड़ा बाईपास के नीचे बेशुमार बारिश से सड़क पर पत्थर गिर रहे थे। भूस्खलन के कारण पीछे मलबा गिरने से सड़क बाधित हो गई थी। गाड़ी पीछे नहीं कर सकता था तथा आगे मलबा व पत्थर लगातार सड़क पर आ रहे थे। पहाड़ी से पानी के झरने सीधे सड़क पर गिर रहे थे। बहुत कोशिश करने के बाद भी गाड़ी के शीशे पर तेज गति से पत्थर आ गिरा, जिससे शीशा टूट गया है। लेकिन बमुश्किल जान बची है। प्रशासन ने सुबह भूस्खलन की सूचना के बाद मटौर-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही तुरंत प्रभाव से बंद कर दी। बाईपास से कांगड़ा किला पुल तक कई जगह पर भारी पत्थर तथा मलबा राष्ट्रीय राजमार्ग पर आ गिरा। बारिश व भूस्खलन के कारण सड़क पर लंबा यातायात जाम लग गया। हालांकि कोई बड़ी घटना पेश नहीं आई।
कांगड़ा उपमंडल अधिकारी अभिषेक वर्मा का कहना है पहाड़ी से मलबा गिरने की जानकारी उन्हें मिली और वह तुरंत मौके पर पहुंचे। प्रशासन ने दोपहर बाद मार्ग को पूरी तरह से बहाल कर दिया।