बांग्लादेशी हिंदुओं के लिए हरिद्वार में सड़क पर उतरे साधु-संत
हरिद्वार
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों के खिलाफ संत समाज हरिद्वार में शुक्रवार को यहां सड़कों पर उतर आया। संतों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द ये घटनाएं नहीं रुकीं तो वे पड़ोसी देश के लिए कूच करेंगे। हरिद्वार में ‘आक्रोश रैली’ निकालकर संतों ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार, हत्या की घटनाएं, मंदिरों में आगजनी तथा तोड़फोड़ की घटनाओं की निंदा की। इसके साथ ही वहां की सरकार से इसे तुरंत रोकने की अपील की। रैली में बड़ी संख्या में साधू-संत मौजूद थे।
संतों ने चेतावनी दी कि आज तो वे सब सड़कों पर उतरे हैं और अगर हिंदुओं पर अत्याचार जल्द नहीं रुके तो बांग्लादेश के लिए भी कूच कर सकते हैं। रैली से पहले संतों ने बांग्लादेश में हिंसा में मारे गए हिंदुओं को हरकी पौड़ी पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
इससे पहले भी संत केंद्र सरकार के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस को पत्र लिखकर इस मामले में हस्तक्षेप करने तथा सर्वसम्मति से एक निंदा प्रस्ताव पारित करने का आग्रह कर चुके हैं।
शेख हसीना सरकार का तख्ता पलट होने के बाद हिंदुओं के खिलाफ हिंसा बढ़ी
बता दें कि, भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार का तख्ता पलट होने के बाद वहां रह रहे हिंदू समुदाय के सदस्यों के खिलाफ हिंसा बढ़ी है। हसीना नौकरियों में विवादित आरक्षण व्यवस्था को लेकर अपनी सरकार के खिलाफ हुए व्यापक विरोध प्रदर्शनों के बाद प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर 5 अगस्त को भारत आ गई थीं।
‘बांग्लादेश नेशनल हिंदू ग्रैंड अलायंस’ नामक एक गैर-राजनीतिक हिन्दू संगठन ने दावा किया है कि 5 अगस्त को शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार गिरने के बाद से 48 जिलों में 278 स्थानों पर अल्पसंख्यक समुदाय को हमलों और धमकियों का सामना करना पड़ा है। संगठन ने इसे ‘हिंदू धर्म पर हमला’ करार दिया है।