महंत विनोद दास सहित सौकड़ों लोगों ने थामा सपा का दामन
अयोध्या।
उत्तर विधानसभा चुनाव में महज 6 महीने का वक्त बचा है, ऐसे में सूबे की सियासी सरगर्मी बढ़ती जा रही है। राजनीतिक दल अपने सियासी-सामाजिक समीकरण दुरुस्त करने में जुटे हैं तो संत महंत व नेता अपने सियासी भविष्य के लिए सुरक्षित ठिकाने तलाशने में जुट गए हैं। सूबे में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बीजेपी सत्तासीन है, लेकिन दल बदल करने वाले नेताओं का राजनीतिक ठिकाना और पहली पसंद समाजवादी पार्टी बनती जा रही है। 2022 विधानसभा चुनाव के पूर्व समाजवादी पार्टी का कुनबा बढ़ना शुरू हो गया है।
इसकी कड़ी में गुरुवार को रामनगरी के करतलिया बाबा आश्रम के महंत समाजवादी पार्टी के एकमेव धर्माचार्य महंत बालयोगी रामदास ने सुग्रीव आश्रम के महंत विनोद दास सहित सौकड़ों लोगों को सपा का झंडा देकर पार्टी की सदस्यता दिलाई। सभी ने 2022 में होने वाले विधान सभा चुनावों में समाजवादी पार्टी को बहुमत दिलाने और पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बिठाने के लिए बूथस्तर तक सक्रिय रूप से काम करने का संकल्प दुहराया है।महंत बालयोगी रामदास ने समाजवादी पार्टी में शामिल सभी संत महंत तथा उनके साथ आए कार्यकर्ताओं का स्वागत किया तथा उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा पार्टी को इनके आने से मजबूती मिलेगी। सुग्रीव आश्रम के महंत विनोद दास ने कहा कि आज हमारे साथ दर्जनों संत व मैनपुरी के सुमित सहित सौकड़ों लोग समाजवादी पार्टी में शामिल हुए है। सपा ही ऐसा दल है जिसमे कार्यकर्ताओं का मान सम्मान हमेशा बना रहता है। उन्होंने कहा कि हम सभी लोग 2022 के चुनाव में अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे।