चौबट्टाखाल से यूकेडी प्रत्याशी वीरेंद्र रावत ने जताई चिंता
देहरादून। चौबट्टाखाल विधानसभा से उत्तराखंड क्रांति दल के उम्मीदवार वीरेंद्र सिंह रावत ने राज्य की मौजूदा हालात पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि वह पिछले कुछ महीने में उन्होंने 250 से अधिक गांवों का भ्रमण कर चुके हैं। इस दौरान घर-घर तक यूकेडी का घोषणा पत्र पहुंचाने के साथ ही जनसमस्याओं को भी सुना।क वीरेंद्र सिंह रावत ने प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता करते हुए कहा कि उत्तराखंड को बने 21 साल हो गए हैं। राज्य की मांग को लेकर यहां के निवासियों ने लाठी, डंडे, गोली खायी, जेल गए, शोषण सहा। पर जिन मूल भावनाओं पर यह आंदोलन चला, उसमें राज्य तो मिला, लेकिन पहाड़ की दुस्वारियां आज भी कम नहीं हो पाई हैं। उत्तराखंडी मूल सुविधा से वंचित हैं। कई गांव में बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार नहीं है। बुजुर्ग, महिला, युवा, बच्चे परेशान हैं। उन्होंने दावा किया है कि वह यदि विधायक बने तो महीने की सैलरी जरूरतमंद जनता को वितरित करेंगे और विधायक निधि से क्षेत्र का विकास किया जाएगा। भ्रष्टाचार पर नकेल कसी जाएगी। इस मौके पर केंद्रीय अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ प्रमिला रावत, देहरादून जिलाध्यक्ष दीपक रावत, कार्यकारी अध्यक्ष किरण रावत, मुकेश कुंडरा, कमल कांत, जितेंद्र, सोमेश बुढ़ाकोटी, सुनील ध्यानी, सलोचना ईस्टवाल, शिव प्रसाद सेमवाल, उमेश खंडूरी, शान्ति प्रसाद भट्ट, प्रीति थपलियाल, संजय बहुगुणा, किशन मेहता आदि उपस्थित रहे।