दबाव के चलते नामांकन निरस्त करने का आरोप लगाया
हरिद्वार
पंचायत चुनाव को लेकर शह मात का खेल शुरू हो गया है। श्यामपुर क्षेत्र के गांजीवाली गांव से प्रधान पद के लिए नामांकन करने वाले शौकीन सिंह फलूरा ने पूर्व कैबिनेट मंत्री के दबाव में उनका नामांकन निरस्त करने का आरोप लगाया है। प्रैस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए शौकीन सिंह फलूरा ने आरोप लगाया कि पूर्व कैबिनेट मंत्री के दबाव में उनका नामांकन निरस्त किया गया है। पत्रकारों से वार्ता करते हुए शौकीन सिंह फलूरा ने कहा कि नामांकन निरस्त करने की वजह ग्राम सभा की भूमि पर आंशिक अतिक्रमण बताया गया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा जून में अतिक्रमण को लेकर सर्वे किया गया था। लेकिन उस दौरान भी उन्हें अतिक्रमण के बारे में नही बताया गया। लेकिन पंचायत चुनाव में भाजपा का समर्थन नही करने की वजह से ऐन वक्त पर पटवारी को भेजकर 11 सितम्बर को कुछ ही घंटों में अतिक्रमण का आरोप लगाते हुए उनका नामांकन निरस्त्र कर गया। उन्होंने दावा किया कि वे पूर्व में भाजपा में लालढांग मंडल में पदाधिकारी थे। लेकिन पूर्व कैबिनेट मंत्री के व्यवहार के कारण भाजपा छोड़ कर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का समर्थन किया था। फलूरा ने आरोप लगाया कि जिस व्यक्ति रविन्द्र कुमार को शिकायतकर्ता बताया जा रहा है। उसने शिकायत करने से इंकार किया है। रविन्द्र ने रिटर्निंग अधिकारी को शिकायत नहीं करने के संबंध में लिखित में भी दिया। लेकिन उसे भी नहीं माना गया। शौकीन सिंह फलूरा ने कहा कि चुनाव में भाजपा के खिलाफ मतदाताओं को एकजुट करने का काम करेंगे। वार्ता के दौरान कई ग्रामीण भी मौजूद थे।