ब्रह्मलीन स्वामी अखंडानंद तपस्वी संत थे
हरिद्वार। गणेश वाटिका श्यामपुर कांगड़ी में ब्रह्मलीन स्वामी अखंडानंद के षोडशी समष्टि भंडारे एवं श्रद्धांजलि कार्यक्रम में अंशुल कुमार को संतों की उपस्थिति में उत्तराधिकारी बनाया गया। महामंडलेश्वर प्रबोधानंद ने कहा कि स्वामी अखंडानंद समाज को कल्याण का मार्ग दिखाने वाले तपस्वी संत थे। जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर संजय गिरी, स्वामी राघवानंद, स्वामी अरुण दास आदि ने विचार रखे। श्रद्धांजलि सभा का संचालन कर रहे महंत शुभम गिरी ने कहा कि स्वामी अखंडानंद ने समय-समय पर सभी का मार्गदर्शन कर सत्य का मार्ग दिखा है। इस अवसर पर एसएमजेएन पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुनील कुमार बत्रा, महंत कमलेशा नंद, सतपाल बह्मचारी, देवेंद्र दास तोमर आदि मौजूद थे।