पशु बलि निवारण को हुई जनचेतना गोष्ठी
काशीपुर।
पशु बलि निवारण के लिए आयोजित जनचेतना गोष्ठी में बेजुबान जानवरों की सार्वजनिक बलि न करने का आह्वान किया गया। शनिवार को चैती मेला परिसर में आयोजित गोष्ठी में मुख्य अतिथि मां बाल सुंदरी देवी मंदिर के मठाधीश्वर विकास अग्नहोत्री ने कहा कि वर्ष 2013 से हाईकोर्ट के आदेश के बाद मंदिर परिसर में कोई बलि नहीं हुई है। श्रद्धालु प्रतीक स्वरूप जायफल आदि की बलि देते हैं। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. जीएस धामी ने जिले में पशु बलि पर रोक के लिये चलाये जा रहे कार्यक्रमों तथा उत्तराखंड पशु कल्याण बोर्ड की भूमिका पर विस्तार से जानकारी देते हुए बेजुबान जानवरों की सार्वजनिक बलि न किये जाने का आग्रह किया। डॉ. जीएस खड़ायत ने कहा कि वेदों में पशुबलि को अनुचित बताया गया है। संचालन डॉ.जीसी मंदोलिया ने किया। यहां पार्षद अनिल कुमार, राजीव परनामी, विष्णु गोस्वामी, डॉ. मुकेश दुम्का आदि मौजूद रहे।