ड़ीपानी कोल्हूखेत मार्ग की मरम्मत को लेकर दिया धरना
मसूरी
झड़ीपानी कोल्हूखेत मार्ग की दुर्दशा और वहां पर कई लोगों के चोटिल होने के बाद अब तक मार्ग की मरम्मत नहीं की गई है। मार्ग में बड़े-बड़े पत्थर और नालियां बन गई है जिससे हर समय दुर्घटना का खतरा बना हुआ है। बताते चलें कि इस मार्ग से सैकड़ों की संख्या में दुपहिया वाहन आवाजाही करते हैं। मुख्य रूप से स्थानीय लोग ही इस मार्ग का इस्तेमाल करते हैं लेकिन विगत चार वर्षों से इस मार्ग का बुरा हाल है और अब तक दर्जनों लोग इसमें चोटिल हो चुके हैं लेकिन स्थानीय प्रशासन द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया गया है। बरसात में यह मार्ग और भी खतरनाक हो गया है। बताते चलें कि मसूरी देहरादून मुख्य मार्ग के बंद होने पर इसी मार्ग का इस्तेमाल किया जाता है और यह वैकल्पिक मार्ग के रूप में जाना जाता है लेकिन इस मार्ग की दुर्दशा होने से यहां पर चलना दूभर हो गया है वहीं लगातार दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। इसी को लेकर आज समाजसेवी प्रदीप भंडारी के नेतृत्व में इस मार्ग पर सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया गया और नगर पालिका के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। प्रदर्शन के दौरान आरोप लगाया गया है कि विगत चार वर्षों से इस मार्ग की सुध नहीं ली गई है और अब यह मार्ग जोखिम भरा हो चुका है। पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रदीप भंडारी ने बताया कि उन्होंने कई बार इस बारे में नगर पालिका और स्थानीय प्रशासन को अवगत कराया है लेकिन अब तक इस पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है, तो विवश होकर उन्हें धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि वह इस मार्ग से आवाजाही करने वाले लोगों को कई बार चोटिल होते देख चुके हैं। उन्होंने बताया कि यदि नगर पालिका द्वारा शीघ्र ही इस मार्ग की मरम्मत नहीं की गई तो मजबूरन उन्हें बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा। वहीं दूसरी ओर नगर पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता ने कहा कि झड़ीपानी कोल्हूखेत ट्रैकिंग रूट है और यहां पर वाहनों की आवाजाही नहीं की जा सकती, लेकिन स्थानीय लोगों द्वारा इस मार्ग इस्तेमाल किया जाता है। उन्होंने कहा कि यदि धरना प्रदर्शन करना था तो गलोगी पावर हाउस के पास लालवाली हीरा जाना चाहिए था जहां पर पिछले तीन चार वर्षों से लगातार मलवा और पत्थर पहाड़ी से गिर रहा है तथा दुर्घटना का भय बना हुआ है लेकिन कुछ लोग राजनीति से प्रेरित होकर इस प्रकार का धरना प्रदर्शन कर रहे हैं जिसे स्वीकार नहीं किया जाएगा।