मधुमक्खी पालन के महत्व और जरूरत से रूबरू हुए छात्र…
मुरादाबाद।
जीजी हिंदू इंटर कालेज की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई की ओर से गुरुवार को व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से विश्व मधुमक्खी दिवस का आयोजन किया गया। जिसका मुख्य उद्देश्य इस दिवस के माध्यम से स्वयंसेवकों को मधुमक्खी जैसे परागकणों वाले कीटों के महत्व एवं उपयोगिता के प्रति जागरूक करना था। कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के प्रधानाचार्य डा. कुलदीप बरनवालजी ने और संचालन कार्यक्रम अधिकारी डा. प्रमोद कुमार शर्मा ने किया। इस अवसर पर वक्ता के रूप में वीरेश कुमार, सुधीर कुमार, अरविंद मोहन पांडे, उदल सिंह, वंश बहादुर आदि ने अपने विचार प्रस्तुत किए। प्रधानाचार्य ने छात्रों को संबोधित करते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि यह दिवस 18वीं शताब्दी में आधुनिक मधुमक्खी पालन तकनीक विकसित करने वाले एंटोन जांसा के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है। मधुमक्खियां हमारे स्थानीय पारितंत्र के साथ-साथ हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छे संकेतक भी हैं। उन्होंने कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य मधुमक्खी पालन और बागवानी के उत्पादों जैसे शहद, रॉयल जेली, विपोलेन, प्रोपेलिस और मोम आदि के बारे में विस्तार से जानकारी देना है। जिससे बागवानी, मधुमक्खी पालन एवं कृषि फसलों से जुड़े हुए किसान एवं व्यवसायी इसका अधिक से अधिक लाभ प्राप्त कर सकें, क्योंकि आज भी इसके उत्पादन के कारण हमारे देश को लगभग 120 करोड़ रुपए प्रति वर्ष विदेशी मुद्रा प्राप्त होती है।