ऋषिकेश में शराब के डिपार्टमेंटल स्टोरों का विरोध तेज
ऋषिकेश। ऋषिकेश में शराब के डिपार्टमेंटल स्टोरों के लाइसेंस निरस्त करने की मांग को लेकर आंदोलनरत लोग मुखर हो गए हैं। गुरुवार को बड़ी तादाद में आंदोलनकारी गिरफ्तारी देने के लिए तहसील पहुंच गए। उन्होंने स्टोरों की बंदी की मांग को दोहराते हुए प्रदर्शन कर मुख्य सचिव को ज्ञापन भेजा। आंदोलनकारियों ने सिर्फ ऋषिकेश ही नहीं, बल्कि पड़ोसी जिले टिहरी के मुनिकीरेती में भी संचालित शराब की दुकानों को बंद करने की मांग उठाई। उत्तराखंड जन विकास मंच के बैनर तले दर्जनों की संख्या में आंदोलनकारी तहसील में गिरफ्तारी देने पहुंचे। बैराज रोड और शैल विहार में खुले अंग्रेजी शराब के तीन डिपार्टमेंट को तत्काल बंद करने और लाइसेंस निरस्त करने की मांग को लेकर उन्होंने प्रदर्शन किया। इसी बीच वह तहसील में ही सांकेतिक धरने पर भी बैठ गए। नारेबाजी करते हुए एसडीएम योगेश सिंह मेहरा के माध्यम से मुख्य सचिव को ज्ञापन भेजा। मंच के अध्यक्ष आशुतोष शर्मा ने प्रतिबंध से संबंधित हाईकोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए शराब के डिपार्टमेंटल स्टारों के साथ ही मुनिकीरेती में संचालित शराब की दुकानों को बंद भी करने की मांग दोहराई। उन्होंने कहा कि मुकदमों का भय दिखाकर ऋषिकेश और मुनिकीरेती में शराब विरोधी मुहिम के दमन का प्रयास किया जा रहा है। प्रदर्शनकारियों में कुसुम जोशी, हरि सिंह भंडारी, धर्मेंद्र सिंह, वीर सिंह, हीरा सिलस्वाल, सुधीर पाल, शैलेंद्र चौहान, राजेंद्र पालसंदीप राणा, गजेंद्र खरोला, ईश्वर सिंह, प्रवीन थपलियाल, महावीर नेगी, अरूण बिजल्वाण, गौतम बिष्ट, महादेव नौटियाल, कमल सिंह, महेश गौड़, देवेंद्र दत्त बेलवाल, विपिन शर्मा, सुधीर पंडित, बचन गुप्ता, शैलेश सिंह, उमाकांत शर्मा आदि रहे।