आधुनिक तकनीकों के जरिए दें कृषि विज्ञान की जानकारी
देहरादून ।
एग्रीकल्चरल साइंस की पढ़ाई में कंप्यूटर साइंस, आईओट्टी, रोबोटिक साइंस, मैकेनिकल इंजीनियरिंग जैसी प्रौद्योगिकी का अनुप्रयोग कर विद्यार्थियों को कृषि विज्ञान से संबंधित विषयों की जानकारी और उनकी प्रयोगात्मक समझ बड़ा सकती है । ये बात ग्राफिक एरा डीम्ड विवि में फैकल्टि इंटरेक्शन प्रोग्राम के तहत कनाडा के ओल्ड कॉलेज एल्बर्टा के राव सिंह ने कही।
अपने एक शैक्षणिक प्रोजेक्ट के बारे में समझाते हुए बताया कि लॉकडाउन के दौरान कैमरा, सेंसर और कंप्यूटर सॉफ्टवेयर की मदद से बनी नवीनतम डिवाइस से घर बैठकर ही वीडियो की मदद से कृषि विज्ञान के छात्रों ने पौधों पर पड़ने वाले विभिन्न कारकों का अध्ययन किया । उन्होंने ड्रोन, रोबोट और कृषि क्षेत्र में स्वचालित यंत्रों की प्रचलन पर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी के बिना कोई भी आधुनिक उत्पादन उद्योग अछूता नहीं है। हमें इंडस्ट्री की मांग के अनुसार अपने शिक्षण करिकुलम में विज्ञान और नई तकनीक को शामिल करना होगा।
ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के चांसलर प्रोफेसर डा. आरसी जोशी ने राव सिंह का स्वागत करते हुए कहा कि वर्तमान समय में शिक्षा के हर क्षेत्र में तकनीकी और प्रौद्योगिकी की जरूरत है इसलिए इन प्रगतिशील परिवर्तनों को पाठ्यक्रम में शामिल करना समय की मांग है।