बांध प्रभावित ग्रामीणों को सरकार ने हर बार झूठा आश्वासन दिया
विकासनगर। लखवाड़-व्यासी परियोजना के बांध निर्माण स्थल जुड्डो में धरने पर बैठे ग्रामीणों ने अंबाड़ी और जीवनगढ़ में विस्थापन की मांग प्रदेश सरकार से की है। ग्रामीणों का कहना है कि इस आशय का प्रस्ताव कैबिनेट में करीब तीन साल पहले पारित हो चुका है, लेकिन प्रदेश सरकार ने अभी तक इस दिशा में कोई कार्यवाही नहीं की है। धरना दे रहे ग्रामीणों ने कहा कि सरकार इस प्रस्ताव में फेरबदल करने की साजिश कर रही है। इसलिए परियोजना निर्माण कार्य अंतिम चरण में होने के बावजूद पूर्ण रूप से प्रभावित लोहारी गांव का विस्थापन नहीं किया जा रहा है। जिसके चलते अब ग्रामीणों को अपने अस्तित्व पर खतरा मंडराता हुआ नजर आ रहा है। कहा कि बांध प्रभावित ग्रामीणों को सरकार ने हर बार झूठा आश्वासन दिया, जिससे वे खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। जमीन परियोजना के लिए अधिग्रहीत होने के कारण सभी ग्रामीण पूर्ण रूप से भूमिहीन हो गए हैं। जिससे उनके पास आजीविका का भी कोई साधन नहीं बचा हुआ है। अब गांव के बांध की झील में जलमग्न होने के बाद उनके सामने परिवार को छत मुहैया कराने की समस्या खड़ी हो जाएगी। ग्रामीणों ने बताया कि अब उन्होंने आरपार की लड़ाई शुरू कर दी है। मांगे माने जाने के बाद ही धरना समाप्त किया जाएगा। जल्द मांगों पर सकारात्मक कार्यवाही नहीं होने पर परियोजना निर्माण कार्य पूरी तरह बंद कराकर आंदोलन को सडक़ों पर शुरू किया जाएगा। धरना देने वालों में नरेश चौहान, दिनेश, गुड्डी देवी, बलवीर सिंह, सीमा, दिनेश तोमर, गजेंद्र आदि शामिल रहे।