पठन-पाठन न होने से गिर रहा ग्रामीण शिक्षा का स्तर

गोविंदगढ़,।

कोरोना काल के चलते समय-समय पर लगाए गए लॉकडाउन के बीच स्कूल न खुलने की वजह से ग्र्रामीण शिक्षा का स्तर गिर रहा है। बीते वर्ष विद्यालय न ख्ुलने के कारण ग्रामीण क्षेत्र में पढ़ाई का स्तर बहुत कम रहा है। वहीं प्राथमिक व माध्यमिक शाला के बच्चों ने तो किताब तक नहीं खरीदी। माध्यमिक तक की पढ़ाई तो बिल्कुल भी नहीं हुई। ग्रामीण अंचल में गरीब तबके के लोग लगाकार स्कूल न खुलने के कारण अपने बच्चों की शैक्षणिक गतिविधियां नहीं करा पा रहे हैं। पिछले वर्ष शासन द्वारा आफलाइन कक्षाएं बन्द रखी थी। केवल ऑनलाइन कक्षाएं संचालन की छूट दी गई थी। लेकिन ग्रामीण अंचल में प्राइवेट संस्थानों में ऑनलाइन कक्षाएं नाम मात्र की चली तो वहीं शासकीय स्कूल में तो माध्यमिक स्तर तक बिल्कुल भी ऑनलाइन कक्षाएं नहीं संचालित की गई। ग्रामीण क्षेत्र में अभिभावक ऑनलाइन कक्षाओं में रुचि नहीं दिखा पा रहा है। उनका मानना है कि जब छात्र ऑफ लाइन नहीं पढ़ पाते तो ऑनलाइन कैसे पढ़ेंगे। वहीं शासकीय स्कूल में पढऩे वाले छात्रों के अभिभावकों के पास एन्ड्रायड मोबाइल खरीदने के लिए पैसे नहीं हैं। अब ऐसी स्थिति में बच्चों की पढ़ाई कैसे हो इस और शासन को ध्यान देना चाहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *