हाईस्कूल में सर्वाधिक अंक पाने वालों को किया पुरस्कृत
बांसडीह :
उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सुल्तानपुर में विद्यालय के संस्थापक सदस्य रहे स्व मोहन सिंह की स्मृति में छात्रवृत्ति योजना कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम अतिथि द्वय वाराणसी खण्ड के शिक्षक एमएलसी लालबिहारी यादव व क्षेत्रीय विधायक व नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर व स्व मोहन सिंह के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की। उसके बाद विद्यालय में बोर्ड की परीक्षा में टॉप करने वाले बच्चों जिनमें प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले कक्षा 10 के प्रेमचंद यादव पुत्र योगेंद्र यादव, को इक्यावन सौ रुपये, दूसरा स्थान प्राप्त करने वाले छात्र बलजीत सिंह पुत्र अमित सिंह को इक्यावन सौ रुपये व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली छात्रा गुड़िया भारती पुत्री ओमप्रकाश को तृतीय स्थान पर इक्यावन सौ रुपये तथा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित मुख्य अतिथि द्वय ने दिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वाराणसी खण्ड शिक्षक विधायक लालबिहारी यादव रहे। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति अपने जीवन मे उत्कृष्ट कार्य करता हैं उसे मरने के बाद भी धरती पर पूजा जाता हैं । ऐसे कर्मवीर मोहन सिंह को अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उन्होंने कहा कि सपा की सरकार ने सभी शिक्षा मित्रों को जमीन से उठाकर आसमान पर ले जाने का कार्य किया। और उसका श्रेय सपा की सरकार व नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी को जाता हैं। उन्होंने कहा कि दो अरब रुपये का बजट वित्तविहीन शिक्षकों को देने का काम सपा की सरकार ने किया। यानी 12 हजार रुपया महीना देकर वित्तविहीन शक्षकों को उनके बच्चों का लालन पालन करने का श्रेय भी सपा सरकार को ही जाता हैं। शिक्षा के क्षेत्र में आज तक इस धरती पर अध्यापकों के लिये वेतन वितरण की व्यवस्था सन 71 में हेमवन्ती नंदन बहुगुणा ने किया था और उसके बाद सपा की सरकार में मिला। शिक्षकों के रिटायरमेंट की उम्र 62 वर्ष मुख्यमंत्री रहते हुए मुलायम सिंह यादव ने किया था। 1400 जूनियर एडेड स्कूलों को ग्रांड पर लिया ,संस्कृत विद्यालयों ,मदरसों को भी एड पर लेने का काम सपा की सरकार ने किया था। छात्रों को लैपटॉप वितरण, छात्र वृति योजना ,कन्या विद्याधन आदि जितनी भी लाभकारी योजनाएं सभी सपा सरकार ने दिया। हमने विधान परिषद में मामले को उठाते हुए कहा कि करोनाकाल में बच्चों की पढ़ाई नहीं हुई है। शेषन को शून्य कर दीजिये। बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ मत करिए। लेकिन नहीं माने। डा राममनोहर लोहिया ने भारत की संसद में कहा था कि गरीब और अमीर के बच्चों को समान शिक्षा रहनी चाहिए। लेकिन किसी भी केंद्र की सरकार ने नहीं किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने किया कहा कि दुखद समय है।पहली सांस और अंतिम सांस तक मनुष्य अभिनय ही करता हैं। मैं बाबू स्व मोहन सिंह को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। मोहन सिंह जी गुरु थे। गुरु सभी दायित्वों को शिक्षा के माध्यम से बच्चों को अर्पित करते हैं। और सद्गुणों को भरते हैं। नौकरी के लिये आपको पढ़ना पड़ेगा। आप खूब मन लगाकर पढ़ो। क्योंकि आज अभिव्यक्ति की आजादी खतरे में है। आज जब हम सड़क पर चलते हैं तो मन देखकर प्रफुल्लित हो जाता हैं कि सबसे अधिक बेटियां पढ़ने जाती हैं। बेटियों का पढ़ना शुभ लक्षण है। बेटियां ही दो परिवारों को शिक्षित बन उन्हें सींचती हैं और परिवार को नए उचाईयों को प्रदान करने में योगदान देना हैं। देश पर खतरा मंडरा रहा हैं। व्यक्ति की आजादी पर इस समय खतरा उतपन्न हो गया हैं। कार्यक्रम मुख्य रूप से प्रधानाचार्य संतोष कुमार पांडेय, डा हरिमोहन सिंह, पूर्व प्रधानाचार्य कमलदेव सिंह , पूर्व जिलाध्यक्ष यशपाल सिंह, मनोरंजन सिंह, उपप्रबंधक शिवजी सिंह, हरेन्द्र सिंह, अशोक यादव, संकल्प सिंह, आनन्द यादव, लहरी सिंह, रामगोविंद प्रजापति, अमित सिंह आदि रहे।
कार्यक्रम के अंत में संयोजक अध्यापक रमेश सिंह व पूर्व प्रधानाचार्य कमलदेव सिंह , प्रधानाचार्य संतोष पांडेय ने आये हुए अतिथियों को अंगवस्त्रम् व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।