मानव तस्करी रोकने को सक्रियता जरूरी: कंडवाल  

ऋषिकेश

उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने कहा कि राज्य में यौन शोषण आदि के लिए होने वाली मानव तस्करी को रोके जाने को सक्रियता से कार्य करने की जरूरत है। साथ ही सामूहिक रूप से जागरूकता अभियान चलाया जाना चाहिए। शनिवार को नगर निगम ऋषिकेश के स्वर्णजयंती सभागार में राज्य महिला आयोग की ओर से मानव तस्करी को लेकर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गई। इसमें बतौर मुख्य अतिथि राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने कहा कि मानव तस्करी के पीछे पलायन, रोजगार भी सबसे बड़ी समस्या है, इसे दूर किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य में संचालित स्पा सेंटर के लिए भी जल्द गाइड लाइन लागू की जाएगी।
मानव तस्करी को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जागरूकता अभियान के लिए अनेकों पुरस्कार प्राप्त करने वाले ज्ञानेंद्र कुमार ने कहा कि कहा कि वर्तमान समय में यौन शोषण के लिए महिलाओं की तस्करी हो रही है। ऐसे में मानव तस्करी को रोकने के लिए प्रीवेंशन मॉडयूल बेहद कारगर सिद्ध हुआ है। प्रशिक्षण कार्यशाला में चार जिलों देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, टिहरी से आए पुलिस समेत अन्य विभागों के कर्मचारियों को मानव तस्करी रोकने के बाबत प्रशिक्षित किया गया। कार्यशाला में महिला आयोग की सदस्य ‌सचिव कामिनी गुप्ता, मुख्य चिकित्सा अधिकारी पौड़ी प्रवीण सिंह कुमार, मुख्य नगर आयुक्त राहुल कुमार गोयल, राष्ट्रीय महिला हेल्पलाइन उत्तराखंड प्रबंधक सरोज ध्यानी, वन स्टॉप सेंटर प्रशासनिक अधिकारी माया नेगी,‌‌ रश्मि, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट कोर्डिनेटर मांशी मिश्रा, शमीना सिद्धिकी, संगीता, आरपीएफ एसआई रतनवीर मीणा, गायत्री देवी, एसएसआई हेमंत खंडूड़ी, जिला सूचना अधिकारी पौड़ी वीरेंद्र राणा आदि मौजूद रहे।
यह विभाग रहे शामिल: मानव तस्करी रोकने के लिए आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में महिला एवं बाल विकास, जिला प्रोबेशन, पुलिस ह्यूमन ट्रैफिकिंग, सूचना विभाग, शिक्षा विभाग, जिला उद्योग केंद्र, चाइल्ड लाइन 1098, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, कर्मचारी आदि शामिल रहे।

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