ऋषिकेश में छात्र-छात्राओं ने हिमालय बचाने की शपथ ली
ऋषिकेश। हिमालय बचाओ अभियान के तहत श्रीदेवसुमन विश्वविद्यालय के एनएसएस स्वयंसेवी शपथ लेकर मुहिम का हिस्सा बने। वक्ताओं ने कहा कि विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों में महीने में एक बार हिमालय की सुरक्षा विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया जाना चाहिए। शुक्रवार को श्रीदेवसुमन विश्वविद्यालय ऋषिकेश परिसर में एनएसएस सेवियों ने हिमालय को बचाने के लिए एकजुट होकर शपथ ली। इस दौरान शपथ दिलाते हुए ऋषिकेश कैंपस के प्राचार्य डॉ. एमएस रावत ने कहा कि हिमालय को बचाने के लिए सबसे पहले लोगों का जागरूक होना बेहद जरूरी है। इसके लिए समय-समय पर जनजागरण अभियान चलाने की आवश्यकता है। एनएसएस अधिकारी डॉ. अशोक कुमार मैंदोला ने कहा कि प्रत्येक माह उत्तराखण्ड के विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों में हिमालय व उससे जुड़े प्राकृतिक ईको सिस्टम विषय पर परिचर्चा या संगोष्ठी का आयोजन किया जाना चाहिए।
उधर, रायवाला में सत्येश्वरी देवी मेमोरियल इंटर कॉलेज में प्रधानाचार्य शशांक चमोली ने विद्यालय के 489 बच्चों को हिमालय संरक्षण की प्रतिज्ञा दिलाई। उन्होंने हिमालय के बारे में बच्चों को बताते हुए कहा कि हिमालय हमारे पर्यावरण में संतुलन बनाने में अहम रोल अदा करता है। यह हमारे देश की एक छोर से सुरक्षा भी करता है। कहा कि यह प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वह हिमालय के बारे में जानकारी रख उस पर आ रहे संकट को दूर करने का प्रयास करे। वहीं राजकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय गांधीग्राम बुल्ला वाला में 40 छात्र-छात्राओं ने हिमालय को बचाने की प्रतिज्ञा ली। इस अवसर पर छात्रों को शपथ दिलाने वाले विद्यालय के प्रधानाध्यापक चन्द्रप्रकाश पाल ने कहा कि उत्तराखंड जैसे पहाड़ी क्षेत्र हिमालय के बेहद करीब हैं जिसके चलते हम सभी की इसकी सुरक्षा को लेकर अधिक जिम्मेदारी बन जाती है।